तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने शनिवार को ग्रीस को चेतावनी दी कि अगर वह एजियन सागर पर तुर्की के विमानों को “परेशान” करता रहा तो उसे “भारी कीमत” चुकानी पड़ेगी।
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने शनिवार को ग्रीस को चेतावनी दी कि अगर वह एजियन सागर पर तुर्की के विमानों को “परेशान” करता रहा तो उसे “भारी कीमत” चुकानी पड़ेगी।
शनिवार को तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने काला सागर क्षेत्र में एक रैली के दौरान कहा, “ग्रीस! इतिहास पर एक नजर डालें। यदि आप आगे जाते हैं, तो आपको भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।”
तुर्की ने हाल के महीनों में एथेंस द्वारा उकसाने वाली कार्रवाई के बारे में शिकायत करते हुए कहा है कि इस तरह के कदम शांति प्रयासों को कमजोर करते हैं। दरअसल, नाटो के दो असहज पड़ोसियों (तुर्की और ग्रीस) के बीच लंबे समय से समुद्री और हवाई सीमा विवाद चल रहा हैं। दोनों के बीच गतिरोध का कारण ज्यादातर तुर्की के समुद्र तट का ग्रीक द्वीपों के पास होना है। एथेंस ने अंकारा पर ग्रीक द्वीपों के ऊपर से उड़ान भरने का आरोप लगाया है।
तुर्की का कहना है कि ग्रीस प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध के बाद हस्ताक्षरित शांति संधियों का उल्लंघन करते हुए ईजियन सागर में द्वीपों पर सैनिकों को तैनात कर रहा है। एर्दोगन ने शनिवार को ग्रीस पर द्वीपों पर “कब्जे” करने का आरोप लगाया। एर्दोगन ने 1922 में एजियन तट पर तुर्की सेना के शहर में प्रवेश करने के बाद ग्रीक कब्जे के अंत का जिक्र करते हुए कहा, “हमारे पास ग्रीस को बताने के लिए केवल एक शब्द है: इज़मिर (ग्रीक में स्मिर्ना) को मत भूलना।”
एर्दोगन ने आगे कहा, “जब समय आएगा, हम वह करेंगे जो आवश्यक होगा। जैसा कि हम कहते हैं, हम एक रात अचानक आ सकते हैं।”