कूना अभयारण्य के क्वारंटाइन बाड़े में एक महीने तक रहेंगे नामीबिया से आए चीते
नई दिल्ली, एजेंसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कूनो अभयारण्य में नामीबिया से आए चीतों को बाड़े में छोड़कर एक बार फिर देश में चीता युग की शुरुआत कर दी है। चीतों को छोड़ने के बाद प्रधानमंत्री ने कैमरे से उनकी तस्वीरें ली। इसके बाद उनका एक वीडियो संदेश प्रसारित हुआ, जिसमें प्रधानमंत्री ने कहा कि चीते हमारे मेहमान हैं, उनको देखने के लिए कुछ समय का धैर्य और रखना होगा। इसके पहले चीतों को नामीबिया से विशेष विमान से ग्वालियर लाया गया था और वहां से चीनूक हेलिकाप्टर के द्वारा कूनो पहुंचाया गया। 75 साल पहले वर्ष 1947 में देश में आखिरी बार चीता देखा गया था। छत्तीसगढ़ में कोरिया के महाराजा ने तीन चीता शावकों का एक साथ शिकार किया था। वर्ष 1952 में भारत सरकार ने चीतों को विलुप्त घोषित कर दिया था। इसके बाद आज देश में फिर से चीतों की वापसी हुई है।
चीतों को देखने के लिए कुछ महीनों का देना होगा समय
पीएम मोदी ने कहा कि कुनो नेशनल पार्क में इन चीतों को देखने के लिए लोगों को धैर्य दिखाना होगा और कुछ महीनों तक इंतजार करना होगा। ये चीते इस इलाके से अनजान मेहमान बनकर आए हैं। कुनो राष्ट्रीय उद्यान को अपना घर बनाने में सक्षम होने के लिए हमें इन चीतों को कुछ महीने का समय देना होगा।