NOIDA NEWS: इलाहाबाद उच्च न्यायालय से निठारी कांड में बरी होने के तीन दिन बाद शुक्रवार दोपहर मोनिंदर सिंह पंढेर को लुक्सर जेल से रिहा कर दिया गया। उनका वकील रिहाई परवाना लेकर सुबह पहुंचा था। पंढेर और उनके वकील सीधे चंडीगढ़ के लिए रवाना हुए।
मोनिंदर सिंह पंढेर और सुरेंद्र कोली पर 18 मासूमों और एक महिला से दुष्कर्म और हत्या का आरोप था। 16 अक्तूबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने निठारी कांड में सीबीआई कोर्ट से फांसी की सजा पाए सुरेंद्र कोली और मोनिंदर सिंह पंढेर को दोषमुक्त करार दिया था। उच्च न्यायालय से बरी होने पर शुक्रवार को लुक्सर जेल में बंद मोनिंदर सिंह पंढेर को रिहा किया गया। जेल अधीक्षक अरुण प्रताप सिंह के मुताबिक शुक्रवार की सुबह पंढेर का वकील परवाना लेकर जेल पहुंचा। इसके बाद कागजी कार्रवाई की प्रक्रिया पूरी कर दोपहर के समय वकील के साथ पंढेर को जेल से रिहा किया गया। वहीं जेल से बाहर निकलते ही मीडिया ने पंढेर को घेर लिया। मीडिया ने एक के बाद एक कई सवाल किए, लेकिन पंढेर ने किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया। वह चुप्पी साधे रहा और हाथ जोडक़र खड़ा हो गया। पंढेर के वकील ने भी मीडिया के किसी सवाल का जवाब नहीं दिया।
जेल से सीधे चंडीगढ़ रवाना: पंढेर ने जेल प्रशासन को बताया था कि उसका बेटा उसकी रिहाई कराने आएगा, लेकिन शुक्रवार को पंढेर के रिहाई के लिए परिवार का कोई भी सदस्य नहीं आया। बताया जा रहा है कि पंढेर चंडीगढ़ के अपने पैतृक घर में रहेगा। शुक्रवार को वह जेल से सीधे चंडीगढ़ के लिए रवाना हुआ।
इसी साल जून में जिला जेल पहुंचा था: मोनिंदर सिंह पंढेर गाजियाबाद की डासना जेल में बंद था। शासन के आदेश के मद्देनजर पंढेर को चार जून 2023 को गौतमबुद्ध नगर की लुक्सर जेल में स्थानांरित किया गया था। इसके बाद से पंढेर लुक्सर जेल में बंद था। टीबी का मरीज होने की वजह से उसको जेल के अस्पताल में रखा गया था।