NOIDA NEWS: डायबिटीज के मरीजों को लाइफस्टाइल की काफी देखभाल करनी चाहिए। एक छोटी सी गलती से ब्लड शुगर बढ़ सकता है और जान आफत में आ सकती है। इसलिए डायबिटिक लोगों को ठंड में काफी तकलीफ का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि इस मौसम में लक्षण गंभीर हो जाते हैं। फेलिक्स अस्पताल के जनरल फिजिशियन डॉ. अंशुमाला सिन्हा बताते हैं कि ठंड ने जोर पकड़ लिया है और ऐसे में मधुमेह रोगियों को अपनी सेहत पर खास ध्यान देने की जरूरत है। खासतौर पर सुबह की सैर और आहार पर। मधुमेह रोगी केवल पेट भरने के लिए आहार नहीं लेते उन्हें ब्लड शुगर की मात्रा भी संतुलित रखनी होती है। अक्सर मधुमेह रोगी ब्लडशुगर की रिपोर्ट सामान्य आते ही लापरवाह हो जाते हैं।
उन्होंने बताया कि यह रोग इंसुलिन हार्मोन के स्राव की कमी से होता है। लापरवाही बरतने से मधुमेह रोगी की आंखें और किडनी खराब हो जाती हैं। मधुमेह रोगी को प्रोटीन अच्छी मात्रा में व उच्च गुणवत्ता वाला लेना चाहिए। जैसे दूध, दही, पनीर, अंडा, मछली, सोयाबीन का सेवन करना चाहिए। रोगी को खाना समय पर खाना चाहिए। अक्सर सर्दी में जुकाम व खांसी होना आम बात है। शुगर रोगी बिना चिकित्सकीय परामर्श के दवा न खाएं, क्योंकि खांसी के दौरान मीठे कफ सिरप के सेवन से ब्लड शुगर बढ़ सकती है और गलत एंटीबायोटिक से भी शुगर रोगी की सेहत पर गलत प्रभाव पड़ता है। कई बार रक्तचाप बढ़ जाता है। इसलिए सर्दी लगने पर लापरवाही न बरतें। अविलंब चिकित्सक को दिखाएं। हमेशा अपने साथ कोई मीठी चीज जैसे टॉफी, चॉकलेट, मीठे बिस्कुट कुछ रखें। जैसे ही चक्कर या घबराहट हो तो तुरंत इसका सेवन करें। डायबिटिक व्यक्ति एक साथ में बहुत सारा खाना न खाकर दो से ढाई घंटे में थोड़ा-थोड़ा भोजन ले। बदलते मौसम में अधिक तली हुई चीजों से बचें, भोजन में चावल, चीनी और आलू न लें। कम कैलोरीयुक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें, जैसे भुना चना, अंकुरित अनाज, सूप व सलाद का ज्यादा सेवन करें। घी व तेल का सेवन 20 ग्राम यानी चार चम्मच से ज्यादा नहीं होना चाहिए। हरी पत्तेदार सब्जियां खानी चाहिए। ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने के लिए 45 मिनट से एक घंटे की सैर करें। सैर के लिए सूरज निकलने पर ही जाएं या फिर शाम के समय सैर करें। बहुत ठंड या धुंध में सैर करने से दिल की बीमारी होने के खतरे बढ़ जाते हैं।