NOIDA NEWS: फेज-2 थाना पुलिस ने नोएडा में हनीट्रैप में फंसाकर लोगों से ठगी करने वाले एक गिरोह को गिरफ्तार किया है। ये 24 से ज्यादा लोगों को हनीट्रैप में फंसा चुके हैं। इनसे लाखों रुपये की ठगी की गई। गिरफ्तार किए गए लोगों में तीन पुरुष और दो महिलाएं शामिल हैं। गिरोह का सरगना और महिला सरगना दोनों लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे थे। पुलिस ने इनके पास से 5 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। इनके सोशल मीडिया अकाउंट से काफी व्हाट्सएप चैट और अन्य डेटा मिला है।
डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि ये लोग REAL MEET GIRL DELHI ऐप पर युवकों द्वारा सर्च किए गए मोबाइल नंबर पर संपर्क करते थे। इसके बाद बातचीत शुरू करते थे। इसके साथ ही व्हाट्सएप पर चैट करके पीडि़त के बारे में काफी जानकारी हासिल कर लेते थे। ताकि उन्हें ब्लैकमेल किया जा सके। स्क्रीनशॉट लेकर घर और दोस्तों को भेजने के नाम पर ब्लैकमेल करते थे। इसके बाद ये लोग पीडि़त को मीटिंग के लिए बुलाते थे और कैश का सौदा करते थे। ब्लैकमेल करके वे तब तक पैसे ऐंठते थे, जब तक कि सामने वाला पूरी तरह से तंग न आ जाए। इसके बाद वे अपना अगला शिकार तलाशते थे। अब तक वे 24 से ज्यादा लोगों को ठग चुके हैं। ये युवक हरियाणा, दिल्ली और नोएडा के रहने वाले हैं। ये उन्हें मिलने के लिए होटलों में बुलाते थे। आइए मामले से समझते हैं कि वे कैसे ब्लैकमेल करते थे। पीडि़त ने गूगल पर रियल मीट गर्ल्स सर्च किया। सर्च करने के बाद उसने अपना नंबर अलग-अलग फोरम में डाल दिया। जिसके बाद एक मोबाइल नंबर पर व्हाट्सएप पर कुछ लड़कियों की फोटो आने लगीं। फिर एक लड़की का कॉल आया। सामान्य बातचीत के बाद लड़की ने पीडि़त को यथार्थ अस्पताल के सामने तिकोना पार्क में बुलाया। पीडि़त अपनी कार में उससे मिलने गया। कुछ देर बाद पीडि़त की मुलाकात 02 लड़कियों से हुई। मुलाकात के दौरान दोनों लड़कियों ने पीडि़त के साथ बदतमीजी से पेश आना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा, 5 लाख रुपए मांगो वरना हम यहां हंगामा कर देंगे। इसी दौरान 02 लड़के आए और पीडि़त की कार में बैठ गए। और उन्होंने ब्लैकमेल करना भी शुरू कर दिया और पीडि़त को डरा धमका कर और झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर 2,40,000 रुपये ऐंठ लिए।
ठगी से बरामद हुए 70 हजार रुपये
पुलिस टीम ने अथक प्रयास के बाद इन्हें बायोडायवर्सिटी पार्क के पास से गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से 70 हजार रुपये नकद, 5 मोबाइल फोन और एक क्रेटा कार बरामद की गई। गिरोह के मुख्य आरोपियों में लालू यादव, अंकित, ललित, अंजलि बैंसला और सोनिया शामिल हैं। इन दोनों महिलाओं के जरिए गिरोह पहले पुरुषों से बात करता था। फिर उन्हें मीटिंग के लिए बुलाता था और उन्हीं लोगों को ब्लैकमेल करता था।
लिव-इन में रहते हैं आरोपी
इस गिरोह का सरगना लालू यादव और अंजलि बैंसला है। ये दोनों साथ में रहते थे। गिरोह के बाकी सदस्य भी धीरे-धीरे इनके संपर्क में आ गए। फिलहाल ये काफी समय से नोएडा दिल्ली एनसीआर में सक्रिय थे। पकड़े जाने के बाद इनके मोबाइल का डाटा खंगाला जा रहा है। जिसमें से काफी चैट बरामद हुई है। साथ ही साइबर सेल की मदद से डेटा और पीडि़तों तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है।