Noida News: पुलिस ने एक नाइजीरियाई नागरिक सहित पांच लोगों को किया गिरफ्तार

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Noida: एन्टी ऑटो थेफ्ट टीम और थाना नॉलेज पार्क(Thana Knowledge Park) पुलिस की संयुक्त टीम ने विदेशी मादक पदार्थों और सिमकार्ड की तस्करी करने के पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में एक नाइजीनियन है। इनके पास से लाखों रुपये कीमत के मादक पदार्थ और विदेशी गांजा मिला है। आरोपी ऑनलाइन डिमांड पर नोएडा, ग्रेटर नोएडा और एनसीआर में रहने वाले छात्रों को नशीाला पदार्थ बेचते थे। इसके अलावा आरोपी अवैध रूप से भारतीय सिम कार्ड को चीन भेजते थे।
ग्रेटर नोएडा डीसीपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि मंगलवार दोपहर को एन्टी ऑटो थेफ्ट टीम और थाना नॉलेज पार्क(Thana Knowledge Park) पुलिस ने एक सूचना के आधार पर एक नाइजीरियन समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से पुलिस ने नशीला पदार्थ ओरिजिनल ग्रोवर कैलिफोर्निया वीड (एमडीएमए) की गोलियां और नशीला पाउडर बरामद किया है। बरामद मादक पदार्थ विदेशी है और विभिन्न सोशल मीडिया के माध्यम से इसे ऑनलाइन सप्लाई किया जा रहा था। जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि आरोपी सोशल मीडिया पर ग्रुप बनाकर ऑन डिमांड मादक पदार्थ कैलिफोर्निया और बर्लिन आदि विदेशी शहरों से कोरियर के माध्यम से मंगा कर आपूर्ति कर रहे थे।
2 हजार से ज्यादा सिम कार्ड चीन भेजे
जांच में यह भी पता चला है कि इन लोगों ने 2 हजार से ज्यादा सिम कार्ड भेजे गए हैं। इनके पास से पुलिस ने 728 मोबाइल के सिम कार्ड बरामद किया है। पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि ये लोग भारत में अवैध रूप से रहकर साइबर क्राइम और अन्य अवैध कारोबार करने वाले लोगों को फर्जी तरीके से सिम कार्ड उपलब्ध कराते थे। पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि उन्होंने कहीं देशद्रोही ताकतों को मोबाइल फोन का सिम कार्ड तो उपलब्ध नहीं कराया है।
गिरफ्तार नाइजीरियाई से बरामद हुए दो पासपोर्ट, अवैध रूप से रह रहा था भारत में
डीसीपी ने बताया कि नाइजीरियाइ निवासी सिक्सटस ओमूका दिल्ली के राजनगर खुर्द में रह रहा था। दूसरा तकलाह नंदूक निवासी मजनू का टीला दिल्ली, लिट्टन दास निवासी तुगलकाबाद नई दिल्ली,बलराम निवासी लालकुआ दिल्ली और आसिम खान निवासी जाबिर नगर नई दिल्ली में रह रहे थे। गिरफ्तार विदेशी नागरिक से दो पासपोर्ट(Passport) बरामद किए गए हैं। उसका वीजा भी कई साल पहले खत्म हो गया है। आरोपी अवैध से भारत में रह रहा था। डीसीपी ने बताया कि गिरोह का पर्दाफाश करने वाली पुलिस टीम को उनकी तरफ से 20 हजार रुपए की धनराशि से पुरस्कृत किया गया है।
वाट्सअप ग्रुप और टेलीग्राम के जरिए चलता था अवैध कारोबार
पुलिस जांच में पता चला है कि आरोपियों ने वाट्सअप ग्रुप और टेलीग्राम पर ग्रुप बनाए हुए हैं। इन्हीं ग्रुपों में आरोपियों ने दिल्ली एनसीआर में पढऩे वाले कुछ छात्रों को जोड़ा हुआ था। छात्र आरोपियों के साथ मिलकर डिलीवरी पहुंचाते थे। विदेशी मादक पदार्थ का आर्डर वाट्सअप ग्रुप और टेलीग्राम पर ग्रुप पर आता था। इसके बाद उस क्षेत्र का रहने वाला गु्रप से जुड़ा छात्र डिलीवरी पहुंचाता था। डीसीपी ने बताया कि एक बड़ा रैकेट इस काम को कर रहा है। इस पूरे गिरोह का पर्दाफाश किया जाएगा।