Ghaziabad: बुधवार को केन्द्रीय आर्य युवक परिषद् के तत्वावधान में राष्ट्र वंदना विषय पर ऑनलाइन गोष्ठी का आयोजन किया गया। य़ह कोरोना काल से 594 वाँ वेबिनार था। वैदिक प्रवक्ता प्रो. नरेंद्र आहूजा विवेक (पूर्व राज्य ओषधि नियंत्रक हरियाणा सरकार) ने कहा कि राष्ट्र की उत्पत्ति हमारे महान ऋषियों के तप और दीक्षा से हुई हैं।हम जितना कृणवंतो विश्वमार्यम का उद्घोष लगाकर पूरे विश्व को आर्य अर्थात श्रेष्ठ बनाने का कार्य करेंगे उतना ही हम अपने राष्ट्र का विस्तार करते हैं। हमारे प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी विदेशों में जाकर विदेशों में रह रहे भारतीयों को सम्बोधित करते हुए पुरातन सनातन वैदिक संस्कृति का प्रचार करते हुए भारत वर्ष का विस्तार करते हैं। आज हमें अपनी वाणी से नहीं अपितु कर्म से राष्ट्र का वन्दन करना है युवाओ में शिक्षा के माध्यम से देश भक्ति की भावना का संचार करना होगा।
मुख्य अतिथि आर्य नेता डॉ. गजराज सिंह आर्य व हरेन्द्र चौधरी ने भी राष्ट्र हित सर्वोपरि बताते हुए समर्पण की भावना का संदेश दिया।
केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कुशल संचालन करते हुए कहा कि राष्ट्र भवनों जंगल का नाम नहीं है अपितु राष्ट्र के प्रति समर्पण शक्ति व विचार का नाम है जिसके कारण सैनिक सीमा पर प्राण न्यौछावर कर देते हैं। राष्ट्रीय मंत्री प्रवीण आर्य ने कहा कि आर्य समाज राष्ट्रवाद का प्रबल समर्थक है। गायिका प्रवीना ठक्कर, रविन्द्र गुप्ता,जनक अरोड़ा, कमला हंस, विजय खुल्लर, कौशल्या अरोड़ा, उषा सूद आदि के मधुर भजन हुए।