स्वस्थ शरीर ही जीवन का आधार: हरिओम सिंह

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Ghaziabad News: रविवार को अखिल भारतीय ध्यान योग संस्थान रजि. के तत्वावधान में चांसलर क्लब,चिरंजीविहार में संस्थान के अध्यक्ष कृष्ण कुमार अरोड़ा के मार्गदर्शन में योग एवं वैज्ञानिक तेल मालिश कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस आयोजन में हमारी सभी योग कक्षाओं के 100 से अधिक साधकों ने भाग लिया।
संस्थान के उपाध्यक्ष हरिओम सिंह ने ओ3म् की ध्वनि एवं गायत्री मंत्र से सत्र का शुभारंभ किया गया।उन्होंने साधकों को वीरेचन क्रिया,आर्ट ऑफ लिविंग भस्रिका तथा हाथों पैरों के सूक्ष्म अभ्यास करा कर उनके तन मन को ऊर्जावान बनाकर तेल मालिश के लिए तैयार किया तथा कहा स्वस्थ शरीर ही जीवन का आधार है। सभी सुखों का आनंद स्वस्थ शरीर से ही लिया जा सकता है।उन्होंने आगे बताया कि आयुर्वेद में भी मालिश को चिकित्सा का एक महत्वपूर्ण अंग माना गया है।
मालिश विशेषज्ञ आचार्य कृष्ण कुमार अरोड़ा ने साधकों को योगिक वैज्ञानिक मालिश की व्यवहारिक विधि बताई और तेल मालिश पैरों के अंगूठे, उंगलियों,जॉइंट्स की मालिश क्लॉक वाइस एवं एंटी क्लॉक वाइस करवाई। उन्होंने पैर के तलवों में प्रेशर प्वाइंट की मालिश प्रारंभ कराते हुए कहा कि यह मालिश आम मालिशों से हटकर अलग प्रकार की विशेष मालिश होती है क्योंकि यह विशेषकर मानव शरीर के 206 ज्वाइंट तथा पूर्ण शरीर को संचालित करने वाली,सभी ग्लैंडस को अति सक्रिय करने वाली मालिश है जोकि रक्त परिवहन तंत्र को ठीक व सुचारू गति प्रदान करती है जिससे व्यक्ति हृदय रोग,त्वचा रोग व अर्थाराइट्स रोगों से बचा रहता है।अर्थाराइटिस एवं सभी त्वचा रोग निवारण में रामबाण का कार्य करती है वैज्ञानिक योगिक मालिश।उन्होंने हाथ की दूसरे हाथ से ट्रैम्पिंग,क्लिम्पिंग, बीटिंग,हैकिंग एवं नोचिन्ग कराने के बाद तेल को पूर्णतया सुखवा दिया।
उन्होंने बतलाया कि हमारी दादी एवं नानी जन्म के पश्चात ही शरीर को सुदृढ़ बनाने के लिए बच्चे तथा उसकी मां की मालिश करती हैं।मालिश हमेशा हृदय की ओर करनी चाहिए।
संस्थान के महामंत्री दयानंद शर्मा ने बताया कि अधिकांश लोग केवल मांसपेशियों की ही मालिश करते हैं। हमें मांसपेशियों के साथ-साथ हड्डियों के जोड़ों की मालिश अवश्य करनी चाहिए।प्रतिदिन स्नान से पूर्व हमें अपने शरीर के सभी छिद्रों नासिकारन्दौं,कर्ण छिद्रों,नाभी एवं मलद्वार आदि में अवश्य तेल लगाना चाहिए। योगिक मालिश से सभी साधकों को इस सर्दी के मौसम में भी पसीना आ गया।सभी साधकों ने मालिश का भरपूर आनंद लिया।
मीडिया प्रभारी योगी प्रवीण आर्य ने योग एवं योगिक वैज्ञानिक मालिश के बारे में प्रेस को जानकारी देते हुए बताया कि इसको अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। योग एवं वैज्ञानिक मालिश के पूर्ण लाभ प्राप्त करने की कुंजी निरंतरता में है जिसे वह अपने जीवन में अपनाए हुए हैं और स्वस्थ हैं।
इस कार्यक्रम में संस्थान के सभी योग कक्षाओं के शिक्षकों ने अपने साधकों के साथ तथा वरिष्ठ साधक एवं पूर्व सांसद प्रतिनिधि देवेन्द्र हितकारी ने भाग लिया।
शांति पाठ एवं साधकों को गर्म दूध के साथ खजूर,गुड, शक्कर एवं खांड का प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।