NEW DELHI NEWS: राष्ट्रीय प्रजापति महासंघ के तत्वाधान में पिछड़े वर्ग की जातियों एवं प्रजापति समाज की सहयोगी संस्थाओं के द्वारा पिछड़े वर्ग की प्रमुख मांगों को लेकर शुक्रवार को दिल्ली जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन व जनसभा कार्यक्रम सकुशल संपन्न हुआ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता सुरेंद्र कुमार प्रजापति राष्ट्रीय अध्यक्ष राष्ट्रीय प्रजापति महासंघ, संचालन राजवीर सिंह प्रजापति राष्ट्रीय मुख्य महासचिव राष्ट्रीय प्रजापति महासंघ ने किया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व न्यायाधीश वी. ईशवरैया पूर्व अध्यक्ष राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग भारत सरकार ने ऑनलाइन अपने विचार रखते हुए पिछड़े वर्ग के लोगों को संबोधित किया।
विशिष्ट अतिथि राजकुमार सैनी पूर्व सांसद, विशंभर निषाद पूर्व सांसद, अनिल साहनी पूर्व सांसद, रमेश प्रजापति पूर्व राज्य मंत्री उपाध्यक्ष एससी एसटी आयोग उत्तर प्रदेश, हंसराज जांगड़ा, डॉक्टर वरदानी प्रजापति, प्रदीप प्रजापति आदि।
अतिथि हंसराज भौरिया, शिवनाथ, नंदराम प्रजापति, एडवोकेट रजनीकांत, करण सिंह प्रजापति, सत्य प्रकाश आर्य, मंगल सेन प्रजापति, श्रीकांत पाल संस्थापक भारतीय स्वराज संघ, अजीत स्वामी, हरद्वारी लाल आर्य, नंद श्री, अरविंद सिंह सिद्ध फरीदाबाद, सुरेंद्र बदलियासेन, यशपाल पांचाल समेत भारी संख्या में प्रजापति समाज से जुड़े व लगभग 60 संगठनों के प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित रहे।
पिछड़े वर्ग की सहयोगी संस्थाएं एवं राष्ट्रीय प्रजापति महासंघ के विभिन्न प्रदेशों से तेलंगाना, तमिलनाडु, झारखंड, बिहार, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड, हिमाचल, जम्मू एंड कश्मीर, पंजाब, उड़ीसा एवं एनसीआर आदि प्रदेश एवं जिलों से प्रतिनिधि के रूप में हजारों की संख्या में उपस्थित होकर सरकार के सामने अपनी 12 सूत्रीय मांगे रखी। जिसमें जनगणना, पिछड़ी जातियों के लिए अलग व्यवस्था, क्रीमी लेयर हटाने की मांग, आरक्षण व्यवस्था में सुधार, संविधान के अनुच्छेद 340 में वर्णित प्रावधानों को पिछड़े वर्ग में आने वाली जातियों के हितार्थ सम्यक रूप से लागू करने की मांग, अति पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति जैसी सुविधायें देने की मांग, पिछड़ी जातियों के बच्चों को उच्च शिक्षा तक निशुल्क शिक्षा का प्रावधान किया जाए जैसी मांगे प्रमुख थी।