Greater Noida: थाना बीटा 2 पुलिस ने 15 दिन में दूसरी ड्रग्स फैक्ट्री का भंडाफोड़ करते हुए तीन अफ्रीकी मूल के नागरिकों को गिरफ्तार किया और 120 करोड़ की एमडीएमए ड्रग्स भी बरामद की गई है। साथ ही 30 से 40 करोड़ का रॉ मटेरियल भी बरामद किया है। यानी कुल मिलाकर 160 करोड़ की ड्रग्स बरामद हुई है। 14 दिन पहले ही सूरजपुर थाना क्षेत्र में छापेमारी करते हुए 300 करोड़ से ज्यादा की ड्रग्स बरामद की गई थी। इस दौरान अफ्रीकी मूल के 9 लोग भी गिरफ्तार किए गए थे।
पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने बताया कि पुलिस ने 14 दिन पहले सूरजपुर थाना क्षेत्र में एक ड्रग्स फैक्ट्री पर छापेमारी की थी और 9 नाइजीरियन नागरिकों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने पकड़े गए नाइजीरियन मूल के नागरिकों की रिमांड ली थी। रिमांड के दौरान ही एक नाइजीरियन चिड़ी इजिगवा की निशानदेही पर बीटा 2 थाना क्षेत्र की मित्रा एनक्लेव सोसाइटी के बी 7 मकान में छापेमारी की गई। वहां पर अवैध रूप से ड्रग्स तैयार की जा रही थी। यहां पर इन लोगों के द्वारा एक लैब तैयार की गई थी और यह ड्रग्स को वहां पर तैयार कर रहे थे। डीसीपी ग्रेटर नोएडा, बीटा 2 थाना पुलिस व अन्य टीमों ने मित्रा सोसाइटी के उस मकान में जाकर छापेमारी की। इस दौरान पुलिस ने वहां पर पाया कि वहां पर अवैध रूप से ड्रग्स फैक्ट्री संचालित हो रही थी। जहां पर एमडीएमए ड्रग्स तैयार किया जा रहा था। इस दौरान पुलिस और स्वाट टीम ने 3 लोगों को मौके से गिरफ्तार किया है और करीब 160 करोड़ रुपए से ज्यादा की ड्रग्स भी बरामद की है। बताया जा रहा है कि इस दौरान करीब 30 किलो एमडीएमए ड्रग्स बरामद हुई।
14 दिन पहले पकड़ी गई थी 300 करोड़ की दवा: पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने बताया कि 15 दिनों में दूसरी बार नशे के खिलाफ यह कार्रवाई हुई है। मित्रा ऐनक्लेव सोसाइटी में छापेमारी के दौरान तीन विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है। जिसमें नाइजीरियन मूल के सिमोन, केसीयना रेनी और इज्वी सोलोमन शामिल हैं। पुलिस ने 30 किलो 900 ग्राम एमडीएमए ड्रग, जिसकी मार्केट में कीमत करीब 120 करोड़ है। 30 से 40 करोड़ का रॉ मैटेरियल बरामद किया। गौरतलब है कि बीटा 2 पुलिस और स्वाट टीम ने 16 मई को सूरजपुर थाना क्षेत्र में एक मकान में छापेमारी की थी और उस दौरान 46 किलोग्राम ड्रग्स बरामद की गई थी। जिसकी कीमत करीब 300 करोड़ पर थी।
एनसीआर में ड्रग्स सप्लाई सिंडिकेट थे चलाते: पुलिस कमिशनर ने बताया कि पकड़े गए आरोपी अफ्रीकी मूल के हैं और दिल्ली एनसीआर रीजन में ड्रग्स सप्लाई सिंडिकेट चलाते थे और यहीं इनका बेस है। हाल में ही ग्रेटर नोएडा रीजन थीटा-2 में पूर्व में पकड़ी गयी ड्रग फैक्ट्री व मित्रा ऐनक्लेव में इन्होंने अपनी एक फैक्ट्री का सेटअप बनाया था। जहाँ से ड्रग्स मैन्यूफैक्चरिंग के बाद यह सिंडिकेट कपड़ों के निर्यात की आड़ मे कपड़ों के बंडल के अन्दर छिपाकर ड्रग्स का निर्यात दिल्ली एनसीआर व नोर्थ ईस्ट राज्यों व मुम्बई बन्दरगाह से कार्गो कम्पनी के माध्यम से विदेशों मे करते थे। इन आरोपियों के रॉ मटेरियल्स सप्लायर्स, इनके नेटवर्क के वो मैम्बर जो इस ड्रग को कन्ज्यूमर्स तक पहुंचाते थे। इनके समस्त फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन, विदेश में जुड़े सप्लाई के तार से सम्भावित लिंक और समस्त बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंकेज की विवेचना की जा रही है।