Noida: साइबर टीम व थाना सेक्टर 20 नोएडा पुलिस ने संयुक्त रूप से ठगी करने वाले अन्तर्राज्यी गिरोह के चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी पहले क्रेडिट कार्ड धारक को ठग कर उसी पैसे से सोना खरीदने के नाम पर ज्वैलर्स को चपत लगाते थे। इनके कब्जे से 2 लाख 12 हजार 400 रुपए नगदी, छह मोबाइल और 3 लाख कीमत का गोल्ड फ्रीज कराया गया है।
डीसीपी हरीश चंदर ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों की पहचान भुपेन्द्र, हिमांशु , ध्रुव रहलान और सचिन परिहार के रूप में हुई है। इनका कोई भी स्थायी ऑफिस नहीं है। ये फोन और लैपटॉप से आपरेट करते थे। डीसीपी ने बताया कि यह एक संगठित गिरोह है। जिसका मुख्य सरगना भूपेन्द्र है। ये पहले भी हैदराबाद में इसी मामले में जेल जा चुका है। ये अपने साथियों के साथ मिलकर ऑनलाइन माध्यम से सोने की खरीदने और ठगी करने का काम साल 2018 से लगातार कर रहा है। उन्होंने बताया कि इनका टारगेट जूलरी शॉप होती थी। हाल ही में नोएडा के सेक्टर-18 में दो जूलरी शॉप से इन गिरोह ने ठगी की थी।
इस तरह करते थे ठगी: डीसीपी ने बताया कि ये लोग धोखाधड़ी करके बैंक से विवरण लेकर खाता धारक को क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के लिए फोन करते थे। उससे कार्ड की डिटेल लेकर ये जूलरी शॉप को फोन करके गोल्ड के आभूषण और सिक्कों को खरीदने के लिए बातचीत करते थे। इसके बाद खरीदे गए सिक्कों एवं आभूषण की क्रेडिट कार्ड से ऑनलाइन पेमेंट कर देते थे। सिक्के और आभूषण लेने के लिए खुद नहीं जाते थे, बल्कि पोटर एप के जरिए किसी को शॉप पर भेजते थे। शॉप ऑनर को बताते थे कि मेरा ही एक आदमी आएगा जो आपको आईडी बताकर माल ले लेगा। क्रेडिट कार्ड धारक को पता चलने पर वो साइबर सेल को जानकारी देता था, जिससे ऑनलाइन पेमेंट को रोक दिया जाता था। जिसके बाद जुलरी शॉप मालिक को ठगी का पता चलता था।
झारखंड एवं मध्य प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में भी की ठगी: यह गिरोह एक साथ मिलकर फोन के जरिए झारखंड एवं मध्य प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में क्रेडिट कार्ड उपयोग कर रहे लोगों से प्वाईंट रिडीम करने के बहाने से लोगों से पैसों को सीधे ऑनलाइन शॉपिंग एप पर भुगतान करवाकर ऑनलाइन गोल्ड एवं इलेक्ट्रिक सामानों को खरीदते थे। खरीदे गए सामान को ओएलएक्स एवं गोल्ड की वस्तुओं को अन्य ऑनलाइन शॉपिंग एप के माध्यम से बेच दिया जाता था।