जल संरक्षण के प्रयास तेज करने की जरूरत: कृषि मंत्री

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New Delhi: जल है तो कल है लेकिन हमारा मानना है कि जल के बिना इस सृष्टि के होने की कल्पना करना ही बेकार है क्योंकि इस पृथ्वी पर 75 प्रतिशत जल है और 25 प्रतिशत ज़मीन इसलिए हमें इस पृथ्वी को बचाना है तो जल को बचाना ही होगा ये कहना था धानुका ग्रुप के चेयरमैन राम गोपाल अग्रवाल का जिन्होंने विश्व जल दिवस और नव संवत दिवस 2080 को बहुत भव्य रूप से मनाया। इस अवसर पर कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर व राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय सांपला उपस्थित हुए। नरेंद्र सिंह तोमर ने देश में जल संरक्षण के प्रयासों को तेज करने की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने लोगों से भविष्य की पीढिय़ों के लिए इस मूल्यवान संसाधन को बचाने के लिए पानी का कुशलता से उपयोग करने का आग्रह किया। उन्होंने जल संरक्षण और उत्पादकता बढ़ाने के लिए कृषि क्षेत्र में ड्रिप सिंचाई, स्प्रिंकलर और ड्रोन जैसी तकनीकों को अपनाने पर भी जोर दिया। अपने संबोधन के दौरान, श्री तोमर ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भूजल स्तर की स्थिति खतरनाक है, और सभी हितधारकों को जल संरक्षण के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए सामूहिक प्रयास करने की आवश्यकता है। विजय सांपला ने सभी भारतवासियों से भारतीय नव वर्ष मानाने की अपील की और धानुका ग्रुप के जल बचाने के प्रयास की सराहना की।
धानुका ग्रुप के चेयरमैन राम गोपाल अग्रवाल ने बताया कि अगर हमें अपना कल बचाना है तो जल बचाना ही होगा, हमारा धानुका समूह एक दशक से अधिक समय से कृषि और अन्य आर्थिक गतिविधियों में जागरूकता फैलाने और पानी के सतत उपयोग को बढ़ावा देने में सबसे आगे है। इस अवसर पर 200 से अधिक स्कूलों में चित्रकला प्रतियोगिता सहित विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए धानुका समूह के प्रयासों की सराहना की।