Noida/Greater Noida: नोएडा-ग्रेटर नोएडा में शनिवार को शिवरात्रि के मौके पर शिवालय व मंदिरों में हर-हर महादेव की गूंज से गूंज उठे। नोएडा-ग्रेटर नोएडा के विभिन्न शिव मंदिरों पर सुबह से ही भक्त पूजा अर्चना करने के लिए लाइन लगाकर खड़े हो गए। शिवलिंग पर पहले कांवडिय़ों ने जल चढ़ाया। इसके बाद भक्तों ने एक-एक कर फूल, माला, भांग, धतूरा, बेल, पान व बेर के साथ जलाभिषेक किया।
नोएडा-ग्रेटर नोएडा में सेक्टर-2 स्थित लाल मंदिर, सेक्टर-14ए स्थित शनि मंदिर, सेक्टर 40 के शक्ति धाम मंदिर, बिसरख के प्राचीन शिव मंदिर, रबूपुरा के भाई पुर मंदिर, जारचा के प्यावली शिव मंदिर, सेक्टर 100 वोडा महादेव, सेक्टर 19 सनातन धर्म मंदिर, सेक्टर 22 शिव शक्ति मंदिर समेत विभिन्न धार्मिक स्थलों पर भक्तों की सुबह से ही लंबी लंबी भीड़ देखी गई। इस अवसर पर भक्त जनों द्वारा मंदिरों में जलाभिषेक और रूद्राभिषेक आदि किया गया है। सेक्टर 19 स्थित सनातन धर्म मंदिर के अध्यक्ष संजय बाली ने बताया कि शिवरात्रि पर भगवान आशुतोष को प्रसन्न करने के लिए तुलसी नहीं चढ़ाना चाहिए। तुलसी के पत्ते की हर तरह की पूजा में इस्तेमाल किया जाता है। तुलसी का हिंदू धर्म में विशेष महत्व होता है लेकिन तुलसी को भगवान शिव पर नहीं चढ़ाया जाता। वहीं दूसरी तरफ सभी मंदिरों के बाहर सुरक्षा बल तैनात रहा। चप्पे-चप्पे पर पुलिस की नजर रही।
मंदिर में पूरे दिन चली पूजा अर्चना: भगवान शिव को पूजा में केवल बेल पत्र चढ़ाना चाहिए। तुलसी माता का संबंध भगवान विष्णु से है इसलिए भोलेनाथ को तुलसी नहीं चढ़ानी चाहिए। सेक्टर-2 स्थित सनातन धर्म मंदिर के पंडित ने बताया कि मंदिर में पूरे दिन पूजा अर्चना चली है। कांवडिय़ों के लिए यहां व्यवस्था भी की गई है। वे आराम से यहां जलाभिषेक व पूजा अर्चना कर रहे है।
देहात क्षेत्रों के मंदिरों में रही भक्तों की भीड़: जेवर, जारचा, दनकौर, दादरी, कासना, सूरजपुर आदि क्षेत्र के विभिन्न प्राचीन मंदिरों में शनिवार शिवरात्रि का त्योहार काफी हर्ष उल्लास के साथ मनाया गया। जगह-जगह मंदिरों में सुबह से ही लोगों की लाइन जलाभिषेक को लेकर लग गई। इस दौरान किसी भी तरह की कोई विवाद की स्थिति न हो। उसको लेकर जिले के प्रशासनिक अधिकारी भी सुबह से ही मंदिरों पहुंच गए। जिन्होंने अपनी निगरानी में जलाभिषेक कराया।