इन्फ्लूएंजा के साथ कोरोना के नए वैरियंट ने बढ़ाई चिंता: डॉ डी.के. गुप्ता

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Noida: भारत में कोविड के मामलों में फिरसे बढ़ोतरी होने लगी है। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि देश में कोविड के मामलों में बढ़ोतरी के पीछे तेजी से फैलने वाले एक्सबीबी.1.5 वंश का वैरिएंट एक्सबीबी 1.16 हो सकता है। फेलिक्स अस्पताल के चेयरमैन डॉ डी. के गुप्ता ने सावधानी बरतने की सलाह दी है।
डॉ गुप्ता का कहना है कि दो अलग-अलग वायरस इस समय तेजी से फैल रहे हैं, जिसमें एच3एन2 मौसमी इन्फ्लूएंजा ए वायरस और हाल ही में कोविड के एक्सबीबी 1.16 वेरिएंट हैं। हालांकि कोविड के इस वैरिएंट के जो दो मामले सामने आए हैं, उनमें हल्का बुखार, सिरदर्द और मांसपेशियों का विकार जैसे लक्षण देखने को मिले हैं। कोरोना वायरस का यह नया वेरिएंट तेजी से फैल रहा है और इसे अभी से एक खतरा माना जा रहा है। वायरस म्यूटेट होने के बाद पहले से ज्यादा स्मार्ट हो जाता है और इम्यूनिटी को चकमा देने के साथ तेजी से संक्रमण फैलाता है, जैसा कि कोविड वायरस के पहले आए स्ट्रेन के साथ भी देखा गया है। एक्सबीबी 1.16, ओमिक्रॉन वेरिएंट का ही सब-वेरिएंट है, जो तेजी से संक्रमण को फैलाने के लिए जाना जाता है। साल 2021 के अंत में ओमिक्रॉन ने डेल्टा को रिप्लेस किया और तेजी से दुनियाभर में फैला। नया वेरिएंट पुराने सब वेरिएंट एक्सबीबी.1.5 से नहीं बना है, बल्कि ये दोनों सबवेरिएंट एक्सबीबी और फिर एक्सबीबी.1 से बने हैं। एक्सबीबी.1.16 सबवेरिएंट भारत में मौजूद अन्य सभी कोरोना वेरिएंट पर भारी पड़ रहा है। इसका मतलब कि यदि किसी व्यक्ति के शरीर में इसके अलावा कोई अन्य वेरिएंट भी प्रवेश कर गया है तो यह उसे रोक दे रहा है।
इस वेरिएंट से होने वाला संक्रमण लोगों को कितना बीमार कर सकता है, इस बारे में अभी कुछ साफ नहीं है। इसलिए लोगों को एक बार फिर सतर्क रहने की जरूरत है। खुद के साथ उन लोगों की सुरक्षा करें जो हाई-रिस्क ग्रुप में आते हैं।
जहां घरघराहट, खांसी, तेज बुखार और निमोनिया के लक्षण एच3एन2 संक्रमण के लक्षण हैं, वहीं क्लासिक कॉविड के लक्षण सिरदर्द, शरीर में दर्द, थकान, गले में खराश और बहती या बंद नाक हैं। दोनों वायरस देश में बड़े पैमाने पर फैल रहे हैं, इसलिए जब भी लक्षण दिखाई दें तो जांच करवाना जरूरी है।