Noida News: अन्तर्राज्यीय वाहन चोर गैंग का पर्दाफाश, पांच गिरफ्तार

0
154

Noida: थाना सेक्टर 39 पुलिस अन्तर्राज्यीय वाहन चोर गैंग का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने बुधवार रात सेक्टर 43 की जंगल की रोड के पास से गैंग के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि आरोपी पिछले करीब एक साल से वाहन चोरी की घटना को अंजाम दे रहे थे। आरोपी अब तक 50 से अधिक दोपहिया वाहन चोरी कर बेच चुके हैं। आरोपियों ने अधिकतर दोपहिया वाहन डिलीवरी ब्वाय को बेचे हैं।
नोएडा जोन एडीसीपी आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि थाना सेक्टर 39 पुलिस ने बुधवार रात सेक्टर 43 की जंगल की रोड के पास से अन्तर्राज्यीय वाहन चोर गैंग के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान गोलू जोशी, विक्की, डेविड उर्फ रवि निवासी सेक्टर 45 सदरपुर कालोनी नोएडा, प्रशान्त निवासी गढ़ी चौखंडी सेक्टर 68 नोएडा और रिन्कू निवासी छलैरा सेक्टर 44 नोएडा के रूप में हुई है। इनके कब्जे से चोरी 18 दोपहिया वाहन बरामद किए गए हैं। इसके अलावा तीन तमंचे व कारतूस भी मिले हैं। एडीसीपी ने बताया कि डीसीपी की तरफ से इस कार्य के लिए पुलिस टीम को 25 हजार रुपए का इनाम दिए जाने की घोषणा की गई है।
मास्टर चाबी और प्लग निकालकर चोरी करते थे वाहन: एडीसीपी आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि इस गैंग सभी सदस्य अपने परिवार के साथ नोएडा में रहते हंै। आरोपी अक्सर सुनसान जगहों पर खड़े दोपहिया वाहनों को अपनी मास्टर चाबी के द्वारा चोरी करते थे। या फिर वाहन का प्लग निकालकर उसे स्टार्ट कर ले जाते थे। इस गैंग के सदस्य सूखा नशा करते है। जिससे की पकड़े जाने पर उन्हें पब्लिक की मार का असर न हो।
10 से 15 हजार में बेचते थे बाइक, सबसे ज्यादा डिलीवरी ब्वाय को बेचे वाहन: चोरी की गयी बाइक और स्कूटी को 10- 15 हजार रुपए में बेच देते थे। गैंग लगभग पिछले एक वर्ष से सक्रिय था। गैंग के सदस्य प्रशान्त ( मिल्क बॉस्केट कंपनी सेक्टर-62 नोएडा में सुपरवाइजऱ है) यही चोरी की गाडिय़ों को बेचने की डील कराता था। इनके अधिकतर कस्टमर डिलीवरी ब्वॉय होते थे। क्योंकि उनकी अक्सर कम चेकिंग की जाती है।
आय को कोई स्त्रोत न होने पर चुना वाहन चोरी का रास्ता: अन्य चार गोलू जोशी , विक्की, डेविड, प्रशान्त , रिंकू का कार्य केवल चोरी करना ही था। अन्य आय का कोई स्त्रोत नहीं था। अभी तक पूछताछ में इन लोगों द्वारा लगभग 50 से अधिक बाइक व स्कूटी का चोरी करना पाया गया है। इनमें से 12 बाइक के चोरी के मुकदमें दर्ज है। शेष बरामद वाहनों की चोरी के संबंध में जांच की जा रही है।