NOIDA NEWS: शहर की बिजली व्यवस्था को बेहतर बनाने को लेकर फेडरेशन ऑफ नोएडा रेसिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (फोनरवा) ने प्रबंध निदेशक, पीवीवीएनएल, श्रीमती ईशा दुहान के साथ बैठक हुई। इस बैठक में निदेशक संजय जैन, एन के मिश्रा निदेशक तकनीकी, सत्येंद्र सिंह, मुख्य अभियंता ट्रांसमिशन, हरीश बंसल मुख्य अभियंता, राजेश सिंह, डिजीएम नोएडा प्राधिकरण, अधीक्षण अभियंता सभी अधिशाषी अभियंता, एसडीओ एवं 80 से अधिक आरडब्ल्यूए के पदाधिकारी उपस्थित थे। ज्यादातर सेक्टरों के पदाधिकारियों की शिकायत थी कि उनके यहां ट्रांसफार्मरों, लाइनों, जंग खाए हुए खंभों, बेकार फीडर जंक्शन/पैनल बॉक्स,मीटर बॉक्स आदि की हालत काफी खराब है। इसके साथ साथ फ्लकचुएशन
समय पर पेड़ों की छटाई ना होना तथा ट्रांसफार्मर के ऊपर अधिक लोड होना, बार-बार बिजली का जाना। ट्रांसफार्मर के ऊपर अधिक लोड होना व ट्रांसफार्मर में ऐसीबी इक्विपमेंट न लगने से पूरे सेक्टर की बिजली बंद होना, बार-बार बिजली का जाना आदि समस्याओं से अवगत कराया ।
फोनरवा अध्यक्ष योगेन्द्र शर्मा ने बताया कि नोएडा शहर में बिजली की समस्या लगातार बढ़ रही है अत:बिजली आपूर्ति में सुधार के लिए प्रभावी उपाय सुनिश्चित करने की तत्काल आवश्यकता है।
महासचिव के के जैन ने कहा कि वित्तीय वर्ष 23-24 में नोएडा में बिजली व्यवस्था के सुधार के लिए 122.75 करोड़ रुपए का फंड आवंटित किया गया था और सभी सुधार के कार्य मार्च 2024 में पूरे किए जाने थे किंतु अभी तक यह कार्य पूरे नहीं हुए हैं जिसके कारण नोएडा के निवासियों को गर्मी और बरसात के मौसम में बिजली की समस्याओं से जूझना पड़ा।
प्रबंध निदेशक श्रीमती ईशा दुहान ने पदाधिकारियों की बातों को गंभीरता से सुना और नोट किया और सभी समस्याओं का जवाब भी दिया।
उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 23-24 में 122.75 करोड़ रुपए बिजली व्यवस्था के सुधार के लिए दिए गए थे जिसमें से लगभग 81 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है और बाकी कार्य अगले महीने में पूरे कर लिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में बिजली व्यवस्था में सुधार के लिए 124.9 करोड रुपए आवंटित किए गए हैं इसके अंतर्गत
जंग खाए हुए खंभों, बेकार फीडर जंक्शन/पैनल बॉक्स,मीटर बॉक्स ,केवल बदलना आदि को समयबद्ध तरी$के से बदले जाएगा। पेड़ों की छंटाई के लिए दो हाइड्रोलिक मशीन खरीदी जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि भारत सरकार द्वारा नोएडा में बिजली के आधुनिककरण के लिए लगभग 1600 करोड़ मिलने की संभावना है।