कॉल सेंटर में बैठकर चाइनीज लोन एप के जरिए लोगों को ठगने वाले 12 गिरफ्तार

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नोएडा। साइबर क्राइम सेल और थाना सेक्टर 63 पुलिस संयुक्त रूप से चाइनीज लोन एप के जरिए 2 से 3 हजार लोन देकर लोगों के साथ ठगी करने वाले एक गिरोह के 12 सदस्यों को पकड़ा है। आरोपी लोन लेने वाले व्यक्ति की फोटो को अश्लील बनाकर उनके रिश्तेदारों, सोशल मीडिया साइट और अन्य स्थानों पर वायरल करने की धमकी और ब्लैकमेल कर तीन से चार गुना पैसा वसूलने वाले थे। आरोपी अब तक ब्लैकमेल कर करोड़ों रुपए वसूलचुके है। इनके कब्जे से 36 डेस्कटॉप कम्प्यूटर, 15 लैपटॉप, 08 स्मार्ट फोन, 32 पोर्ट के 2 डायलर मय सिस्टम, 135 सिम कार्ड, 10 हैडफोन, 1 लाख 50 हजार रुपए कैश बरामद किया गया है।
डीसीपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि काफी दिनों से इस तरह की शिकायत मिल रही थी कि कुछ लोग चाइनीज एप के जरिए लोगों को छोटा मोटा लोन देकर ब्लैकमेल कर रहे है। शिकायत के दौरान जांच करने पर ई 2 सेक्टर 63 स्थित मार्बल एंटरटेनमेंट कॉल सेंटर पर छापा मारा गया। जहां से 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें पुनीत तुली, अफजल, जितेन्द्र, नीरज, शिवम, अजीम, आकाश, सुमित, अरूण, सिद्धार्थ, रजनीश व भारत पुत्र सुभाष निवासी दिल्ली हैं। आरोपियों द्वारा चाइनीज लोन एप के माध्यम से लोन लेने वाले व्यक्तियों के फोन में सेव मोबाइल नंबर व फोटो हैक करके फोटो को अश्लील शब्दों में एडिट कर लेते थे उसके बाद कंप्यूटर पर लिंक आदि भेजकर उन्हें ब्लैकमेल कर 10 गुना तक पैसा वसूल लेेते थे। गिरोह एडिट फोटो को परिवार व रिश्तेदारों को भेजने की धमकी भी देते थे।
दिल्ली यूनिवर्सिटी से पास आउट है मास्टरमाइंड: चाइनीज एप के जरिए लोगों को ब्लैक मेल करने के पीछे पुनीत तुली है। ये नोएडा के सेक्टर-137 पारस टीयारा सोसायटी से गिरफ्तार किया गया है। इसने दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीकॉम किया है। इसके बाद कई आईटी कंपनियों के टच में रहा और काम किया। वहीं से इसे चाइनीज एप के बारे में जानकारी मिली और कॉल सेंटर खोलकर ठगी करने लगा। इसके अलावा अफजल, जितेंद्र, नीरज, शिवम, अजीम, आकाश, सुमित, अरुण, सिद्दार्थ ओझा, रजनीश, भारत को कॉल सेंटर से गिरफ्तार किया गया। ये सभी लोग फोन करके लोगों को ब्लैकमेल करते थे।
इस तरह करते थे लोगों को ब्लैकमेल: ये लोग चाइनीज लोन एप के माध्यम से लोन लिये गये व्यक्तियों के फोन में सेव मोबाइल नंबर, फोटो हैक करके फोटो को एडिट करके उसे अश्लील बनाते थे। इसके बाद कम्प्यूटर पर लिंक किये गये वाट्सएप से डायलर के माध्यम से वाट्सएप काल करके लोन की किस्त का बताकर धीरे धीरे 1.5 गुना रुपया वसूल लेते थे। उसके बाद एडिट फोटो को पीडि़त को भेजकर डरा धमकाकर 10 गुना तक पैसा वसूल लेते थे। उसके बाद उसी एडिट फोटो को उसके परिवार जन व रिश्तेदारों को भेजने की धमकी देकर ब्लैकमेल करके 20 गुना तक पैसा वसूलते थे जो लोग पैसा नही देते थे उनके एडिट अश्लील फोटो को उनके परिवार जन व रिश्तेदारों को भेज देते थे।