Jammu: कांग्रेस से अलग होकर गुलाम नबी आजाद ने अपनी नई पार्टी का ऐलान किया। इस मौके पर उन्होंने पार्टी का नाम और झंडे का अनावरण किया। गुलाम नबी आजाद ने अपनी पार्टी का नाम डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी रखा। जम्मू में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान गुलाम नबी आजाद ने कहा कि जबसे नई पार्टी के बारे में बताया तबसे कई लोगों ने पार्टी के नाम और झंडे के बारे में पूछा। गुलाम नबी आजाद ने दावा किया कि उनके पास 1500 नामों के प्रस्ताव आए थे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में गुलाम नबी आजाद ने कहा, ‘हमारे पास संस्कृत, उर्दू में 1500 नामों का सुझाव हमारे पास आया। हिंदी और उर्दू का मिक्स हिंदुस्तानी है। हम चाहते हैं कि पार्टी का नाम लोकतांत्रिक, शांतिपूर्ण और आजाद हो।’ उन्होंने आगे कहा, ‘पार्टी का नाम है डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी। लेकिन इसमें आजाद का मतलब गुलाम नबी आजाद मत समझिएगा।’
‘किसी पार्टी या नेता से प्रभावित नहीं होगी’
गुलाम नबी आजाद ने कहा, ‘यह पार्टी पूरी तरह स्वतंत्र होगी, पार्टी की अपनी सोच होगी। किसी भी नेता या समूह से प्रभावित नहीं होगी। डेमोक्रेटिक रहेगी, एक हाथ में पावर नहीं रहेगी। जो हमारा संविधान होगा उसमें प्रावधान पूरी तरह से लोकतंत्र के आधार पर होगा।’
आजाद ने पार्टी का झंडा भी पेश किया
गुलाम नबी आजाद ने इस मौके पर पार्टी के झंडे का अनावरण किया। पार्टी के झंडे में नीली, सफेद और पीले रंग की खड़ी पट्टियां हैं। तीनों रंगों के बारे में बताया। आजाद ने कहा, ‘पीले (मस्टर्ड) रंग का मतलब हुआ- क्रिएटिविटी। एक नई चीज क्रिएट करने की पैदा करने की सोचने की क्षमता। सफेद का मतलब- शांति और अमन। हम गांधी जी को मानने वाले हैं इसलिए शांति और अमन हमारी प्राथमिकता रहेगी।’
कांग्रेस के पूर्व नेता ने बताया, ‘तीसरा रंग नीला रंग है इसमें पूरी दुनिया समा जाती है। समंदर की गहराई से लेकर आसमान की ऊंचाई तक इसकी सीमा है।हमारे दिल में भी इतनी गहराई होनी चाहिए।’