Noida News: नहाय-खाय के साथ आज से शुरू होगा छठ महापर्व

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Noida: आस्था का महापर्व छठ पूजा 28 अक्तूबर से यानी शुक्रवार (आज) से नहाय-खाय के साथ शुरू होगा। अगले चार दिनों व्रती महिलाएं संकल्प लेकर छठ मइया और भगवान सूर्य की उपासना करेंगी। शहर में 50 से अधिक स्थानों पर छठ पर्व की तैयारियां चल रही है।
पर्व के लिए छठ घाटों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसके साथ ही साफ-सफाई और सुरक्षा के भी पुख्ता इंजताम किए जा रहे हैं। प्रवासी महासंघ के सचिव जितेंद्र सिंह ने बताया कि 30 अक्तूबर की शाम नोएडा स्टेडियम में सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा। छठ घाट पर ड्रोन कैमरा से भी नजर रखी जाएगी। घाट पर महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष टीम बनाई गई है। अखिल भारतीय प्रवासी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और श्री सूर्यदेव पूजा समिति के अध्यक्ष मुन्ना कुमार शर्मा ने बताया कि सूर्योपासना के महान पर्व छठ की तैयारियां सेक्टरों से लेकर ग्रामीण इलाकों में भी जोरों से चल रही हैं।
नोएडा-ग्रेटर नोएडा में छठ घाट बनकर हैं तैयार: शहर में प्रमुख रूप से सेक्टर-21 नोएडा स्टेडियम, सेक्टर-71, सेक्टर-62, यमुना नदी, हिंडन नदी, सेक्टर-12, 22, 31, 45, 61, 66, 82, 93, 105, 110, हाजीपुर, सदरपुर, भंगेल, गेझा, छिजारसी, चोटपुर, मामूरा और मोरना सहित आदि स्थानों पर छठ पूजा की जाएगी। ग्रेटर नोएडा के कई सेक्टरों कृत्रिम तालाब बनाए गए हैं। इसके अलावा दादरी, दनकौर, जारचा,जेवर, कासना, सूरजपुर, बादलपुर आदि इलाकों में भी छठ घाट का निर्माण कराया गया है।
दूसरा अर्घ दिया जाएगा सोमवार को: सोमवार को सूर्योदय के समय दूसरा अर्घ दिया जाएगा। भगवान भास्कर को सूप पर गाय के दूध के साथ गंगाजल का भी अर्घ देने की परंपरा है। इसमें गेहूं पिसे चावल, केला, संतारा, सेव, सरीफा, गन्ना, अदरक, मूली, सिंघाड़ा, शकरकद, मिठाई, लौंग, इलाइची, पान आदि सामग्री का खास महत्व है।
सेक्टर-75 में छठ पूजा की विशेष तैयारी: सेक्टर-75 में छठ पूजा की तैयारी जोरों-शोरों से चल रही है। सेंटर पार्क में घाट का निर्माण अंतिम चरण में है। यह छठघाट 50 फीट लंबा, 15 फीट चौड़ा और 4 फीट गहरा होगा। अध्यक्ष मुन्ना कुमार शर्मा ने बताया अर्घ देने घाट में जल, प्रकाश की व्यवस्था की जा रही है। इसके बाद प्रसिद्ध भोजपुरी गायिका क्षमा पांडेय, प्रीति प्रकाश, देवेश कुंदन, प्रीति मंडल सहित कई गायकों और गायिकाओं द्वारा भोजपुरी, हिंदी, मगही, मैथिली, अंगिका, पंजाबी आदि भाषाओं में गीत-संगीत का कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाएगा।