यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा में पेपर लीक मामले एक और गिरफ्तार

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NOIDA NEWS: नोएडा एसटीएफ ने यूपी पुलिस परीक्षा भर्ती में पेपर लीक मामले में एक आरोपी को से गिरफ्तार किया। आरोपी की पहचान प्रमोद कुमार पाठक हुई है। आरोपी सेक्टर-37 में रहता है। इसके पास से एक फर्जी आधार कार्ड, एक वायुसेना फर्जी की आईडी, 26 एडमिट कार्ड , 38 बैंक चेक , 14 पुलिस भर्ती से संबंधित प्रश्नपत्र मिले है।
17 और 18 फरवरी को उप्र पुलिस भर्ती के दौरान पेपर लीक हो गया था। इस कारण भर्ती निरस्त कर दी गई थी। 5 मार्च 2023 को मुखबिर से सूचना मिली कि मोनू पंडित निवासी मथुरा उसका एक साथी इस परीक्षा का पेपर लीक करने वाले गिरोह का सरगना दिल्ली के मुखर्जी नगर में रह रहा है। ये मुखर्जी नगर में पेपर दे रहे लड़कों को सॉल्वर के तौर पर बैठाने की फिराक में है। सूचना मिलते ही पुलिस मुखर्जी नगर पहुंची। यहां एक तिराहे पर तीन युवक खड़े थे। मुखबिर के इशारा करते ही प्रमोद कुमार पाठक को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के समय उसने बताया कि वो एयरफोर्स में कारपोरल के पद पर है। उसने एयरफोर्स की आईडी भी दिखाई। जिसके बाद उच्च अधिकारियों से संपर्क किया गया। पूछताछ में पहले उसने पेपर लीक वाले गैंग और उसके सदस्यों से न तो कोई संपर्क है और न ही वह उनमें से किसी को जनता है। इसके बाद उसके दोनों मोबाइल चेक करने के लिए मांगा।
मोबाइल में मिले कई एसएमएस और वाट्सएप चेट: मोबाइल चेक करने उसमें पेपर लीक कराने से संबंधित कई एसएमएस मिले। साथ ही एक एसएमएस में खुद का नंबर ट्रेस पर लगे होने की बात कही गई। मैसेज करने वाला व्यक्ति सीपीसीबी की परीक्षा में काम हो जाने की बात पूछ रहा है। जिस पर प्रमोद परीक्षा टीसीएस द्वारा कराए जाने की बात बोल रहा है। सघन पूछताछ में बताया कि स्वयं को वायु सेना में कार्यरत बताकर परीक्षा में बैठने वाले युवकों को पेपर लीक कर देने की एवज में 3 लाख से लेकर 14-15 लाख रुपए तक लेता है। उसने बताया कि मेरा चचेरा साला मोहन, निवासी अलीगढ़, झांसी के मुकदमे में वांछित मोनू पंडित , गौरव , अशीष पालीवाल के साथ मिलकर पेपर लीक कराने और सॉल्वर बैठाने का काम करते है। यही नहीं उसने बताया कि वायु सेना से 2022 में बर्खास्त हो गया था। उससे प्राप्त की गई आईडी ओरिजिनल आईडी कार्ड का कलर स्कैन कराया हुआ है। इस कार्ड को फर्जी तरीके से प्रयोग कर रहा था। उसने बताया कि मेरे पास पेपर बनारस के अखिलेश यादव और लखनऊ के राहुल ने भेजा था। यही नहीं शास्त्री से भी एक युवक को आरओ का पेपर कराने की एवज में पैसे के लेन देन की बात हो रही थी। उसके घर से जो 14 एडमिट कार्ड मिले वो सभी हरियाणा स्टाफ सलेक्शन परीक्षा से संबंधित कार्ड है।
लाल डायरी में लिखा कितने पेपर लीक कराए: इसके पास से एक लाल डायरी भी बरामद किया गया है। पूछताछ में यह भी बताया कि साल 2017 से यह कार्य कर रहा है। 2018 में मोनू पंडित जो उसके साथ ही पढ़ा है को साथ लेकर काम करना शुरू किया था। 2023 में केंद्रीय विद्यालय की परीक्षा का पेपर लीक कराया था। जिसमें बनारस का साथी जेल गया था। यही नहीं यूपी फारेस्ट 2022 की परीक्षा भी अभिलेष के साथ मिलकर लीक कराई गई। इसके अलावा 2019 में जेल वार्डन की परीक्षा का पेपर लीक कराया। एक पेपर जिस पर 17 2एनडी खुद के द्वारा अलीगढ़ नोएडा बरसाना आदि में जमीन प्लाट खरीदा जाना बताया। उपरोक्त अतिरिक्त पेपर के 2 सेट कुल 14 पेज बरामद हुए।
बताया कि ये वही पेपर है जो उप्र पुलिस परीक्षा में दूसरी पाली आया था। ये पेपर 18 फरवरी की सुबह चार बजे आया और यही पेपर निरस्त कर दिया गया।